बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव KK Pathak ने एक बार फिर शिक्षकों और अधिकारियों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। सरकारी स्कूलों के संचालन को लेकर KK Pathak शिक्षा विभाग ने नया आदेश जारी किया है। गुरुवार 16 मई से छात्रों को सुबह 6 बजे स्कूल पहुंचना होगा, स्कूल सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेंगे। दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक मिशन दक्ष पढ़ाया जाएगा।
वहीं KK Pathak शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सुबह 6 बजे से पहले स्कूलों में जांच के लिए पहुंचने को कहा गया है। हर हाल में यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चों की उपस्थिति 90 प्रतिशत हो। उपस्थिति कम होने पर अधिकारियों व शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी। शिक्षा विभाग के इस नये आदेश से अधिकारी व शिक्षक टेंशन में हैं कि सुबह में बच्चों की 90 प्रतिशत उपस्थिति कैसे होगी।
आपको बता दें कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक KK Pathak ने नई समय सारिणी तय करने के साथ ही सभी डीईओ को पत्र भेजकर इसकी जानकारी भी दे दी है. सरकारी स्कूलों में 15 अप्रैल से 15 मई तक गर्मी की छुट्टी थी। 16 मई से स्कूल नियमित होते ही नई समय सारिणी लागू हो जाएगी जो 30 जून तक लागू रहेगी। भीषण गर्मी का असर बच्चों पर न पड़े इसे ध्यान में रखते हुए विभाग ने स्कूलों को नई समय सारिणी के अनुसार चलाने का निर्णय लिया है। यह नया समय सभी प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालयों और संस्कृत विद्यालयों में लागू होगा।
New Time Table In Detail नए टाइम टेबल को विस्तार से समझें
16 मई से स्कूल सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक संचालित होंगे। सुबह 10 से 10:30 बजे तक बच्चों को एमडीएम दिया जाएगा। 12 बजे पढ़ाई खत्म होने के बाद शिक्षक मिशन दक्ष के तहत कमजोर बच्चों के लिए दोपहर 1.30 बजे तक कक्षाएं संचालित करेंगे। इसके अलावा स्कूल का अन्य काम भी करेंगे। स्कूल के शिक्षक व कर्मचारी दोपहर 1:30 बजे प्रस्थान करेंगे।
KK Pathak ने जिले के डीईओ को स्कूलों में 90 फीसदी बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का आदेश दिया है। इस पत्र में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सभी स्कूलों में छात्रों की 90 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है। साथ ही कमजोर विद्यार्थियों के लिए प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक विशेष कक्षाओं की व्यवस्था की जायेगी।
Rules Changed After Vacation गर्मी की छुट्टी के बाद बदला नियम
आपको बता दें कि KK Pathak के सभी अनुयायियों को 15 अप्रैल से 15 मई तक ग्रीष्मकालीन अवकाश दिया गया था। इसके बाद शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ प्रसाद ने यह आदेश जारी किया। पत्र में बताया गया है कि बच्चों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए यह फैसला लिया गया है।